बेशक अल्लाह तआला अल मूअती (देने वाला) और अल माने(मना करने वाला) है“
अल्लाह तआला अल मूअती(देने वाला) और अल माने(मना करने वाला) है“
जिस को अल्लाह तआला दे उस को कोई रोकने वाला नहीं,और जिस को रोक ले उस को कोई देने वाला नहीं,सब हितों और लाभों को उसी से माँगा जाता है,और उसी से आशा की जाती है,वही है जिसे चाहता है देता है,और अपनी हिक्मत और दयालुता की बुनियाद पर जिस से चाहे रोक लेता है।
हे अल्लाह! हे विशाल (कुशादा) करने वाली ज़ात,अपनी रहमतें हमारे ऊपर विशाल कर दे,और हमें अपना दान प्रदान कर,और ऐ रोकने वाले!हम से बुराइयों को रोक ले,और ऐ मना करने वाले हम से झगड़ा फसाद को दूर कर दे।
बेशक अल्लाह तआला अल मूअती(देने वाला) और अल माने(मना करने वाला) है“ संपूर्ण प्रशंसा अल्लाह तआला के लिये है,वह उसी प्रकार है जिस प्रकार स्वयं उस ने अपने विषय में बयान किया है,और जिस प्रकार मखलूक ने उस के विषय में बयान किया है उस से कहीं अधिक ऊपर है।इमाम शाफई