अल्लाह तआला की ज़ात हमारी माओं से अधिक हम पर दयालू है,नबी ने अपने बच्चे को दूध पिलाने वाली माँ की ओर इशारा करते हुये यह कहाः «इस औरत के बारे में तुम्हारा क्या ख्याल है क्या यह अपने बच्चे को आग में झोंक सक्ती है,हम ने कहाः नहीं वह अपने बच्चे को आग में नहीं झोंक सक्ती,तो आप ने फरमायाः यह औरत जिस तरह अपने बच्चे पर मेहरबान है अल्लाह तआला अपने बंदों पर इस से अधिक दयालू है» (बुखारी).
” निःसंदेह अल्लाह तआला रहमान और रहीम है “
अल्लाह तआला संपूर्ण संसार पर दया करता है,और उस के पास वह दया भी है जो उस के मोमिन बंदों के लिये विशेष है।
” निःसंदेह अल्लाह तआला रहमान और रहीम है “
अल्लाह तआला की ज़ात हमारी माओं से अधिक हम पर दयालू है,नबी ने अपने बच्चे को दूध पिलाने वाली माँ की ओर इशारा करते हुये यह कहाः
«इस औरत के बारे में तुम्हारा क्या ख्याल है क्या यह अपने बच्चे को आग में झोंक सक्ती है,हम ने कहाः नहीं वह अपने बच्चे को आग में नहीं झोंक सक्ती,तो आप ने फरमायाः यह औरत जिस तरह अपने बच्चे पर मेहरबान है अल्लाह तआला अपने बंदों पर इस से अधिक दयालू है।» (बुखारी).
”निःसंदेह अल्लाह तआला रहमान और रहीम है“
अल्लाह तआला संपूर्ण संसार पर दया करता है,और उस के पास वह दया भी है जो उस के मोमिन बंदों के लिये विशेष है। {और अल्लाह मुसलमानों पर बड़ा रहम करने वाला है“।}[अल अहज़ाबः 43].
”निःसंदेह अल्लाह तआला रहीम है“
उस की रहमत का तक़ाज़ा है कि उस ने मुहम्मद को संपूर्ण संसार के लिये रहमत की शक्ल में इन्सानियत के लिये मार्गदर्शक,और उन की दीनी व दुनियवी हितों का रक्षक बना कर भेजा।
”निःसंदेह अल्लाह तआला रहीम है“
उस की रहमत को उस के अतिरिक्त कोई रोकने वाला नहीं और न ही उस के अतिरिक्त कोई भेजने वाला है। {अल्लाह जो दया लोगों के लिये खोल दे तो उस का कोई बंद करने वाला नहीं,और जिस को बंद कर दे उस के बाद उस को कोई शुरू करने वाला नहीं,और वही ज़बरदस्त हिक्मत वाला है“।}[फातिरः 2].
”निःसंदेह अल्लाह तआला रहमान और रहीम है“